गुरुवार, 22 नवंबर 2018

जिन्दगी वही थी

जिस समय को हमने
एक दूजे के संग में जीया
जिन्दगी वही थी

भले ही उन लम्हों को
हमने हँसते हुए जीया
या एक दूजे की बाँहों में जीया
लेकिन जिन्दगी वही थी

भले ही उन क्षणों को
हमने हाथों में हाथ डाले जीया
या आँखों में आँखें डाले जीया
लेकिन जिन्दगी वही थी

भले ही उस वक्त को
हमने उलझी अलकों को
सुलझाने में बिताया
या एक दूजे के पहलू में जीया
लेकिन जिन्दगी वही थी

उगते सूरज के साथ
चमकते चाँद के साथ
टूटते तारों के साथ
जो पल हमने साथ-साथ जिए
असल में जिन्दगी वही थी।

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